बिना दवा के भी आएगी गहरी नींद, अपनाएं ये तरीके

बिना दवा के भी आएगी गहरी नींद, अपनाएं ये तरीके

सेहतराग टीम

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में पैसे कमाने की होड़ में हमने अपने शरीर को सबसे अधिक उपेक्षित छोड़ा है। इसकी का नतीजा है कि हम 40 साल की उम्र तक आते-आते ही तरह-तरह की बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं। मेडिकल जगत की अभूतपूर्व तरक्‍की ने एक ओर जहां जानलेवा बीमारियों पर लगाम लगाकर हमारी उम्र बढ़ाई वहीं पिछले 20 साल में पूरी दुनिया में हुई तकनीकी प्रगति ने इस बढ़त को हमसे छीन ल‍िया और लोगों को सिर्फ पैसे कमाने की मशीन में बदल कर रख दिया। नतीजा ये हुआ कि अब भी मेडिकल साइंस को लोगों का जीवन निरोग बनाने के लिए जूझना पड़ रहा है और लोग नित नई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। खैर हम बात कर रहे हैं हमारे दौर की सबसे बड़ी समस्‍या बनकर सामने आई अनिद्रा के बारे में।

दरअसल पहले टीवी, फि‍र कंप्‍यूटर और अब मोबाइल की स्‍क्रीन ने लोगों को अनिद्रा का गंभीर मरीज बना दिया है। मेडिकल साइंस के अनुसार कम से कम 6 घंटे की गहरी नींद को स्‍वस्‍थ्‍य नींद की श्रेणी में रखा जाता है और अगर किसी को नियमित रूप से इससे कम नींद आती है तो वो अनिद्रा का शिकार है। ऐसे लोग अकसर डॉक्‍टर के पास जाते हैं और कई बार डॉक्‍टर उन्‍हें नींद की दवा लिख देते हैं।

मगर क्‍या अनिद्रा का और कोई इलाज नहीं है। निश्चित रूप से है। दिल्‍ली के जाने माने आयुर्वेदाचार्य वैद्य अच्‍युत कुमार त्रिपाठी कहते हैं कि नींद के लिए एलोपैथी दवाओं की जरूरत नहीं है। अपनी जीवनशैली में हलका सा बदलाव और खानपान की आदत में कुछ सुधार से इस समस्‍या को दूर किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले तो दिनचर्या में व्‍यायाम को नियमित रूप से शामिल करें। कहते हैं कि थका शरीर टूटी खाट की परवाह भी नहीं करता और जहां शरीर समाए वहां सो जाता है। इसलिए सबसे पहले तो शरीर को थकाने का प्रयास करें। दूसरा बदलाव करें कि रात में सोने से पहले दूध जरूर पीएं। मदिरा का सेवन बंद कर दें क्‍योंकि भले ही मदिरा से तंत्रिकाएं शिथ‍िल होती हैं मगर इससे नींद पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। सोने से आधा घंटा पहले ही टीवी, लैपटाप और फोन को बंद कर दें। चाहें तो कुछ पढ़ने की आदत डालें। किसी भी गंभीर विषय पर सोने से पहले विचार न करें। ऐसा करने से दिमाग लगातार उसी बारे में सोचता रहतेगा और नींद नहीं आएगी। सबसे बड़ी बात, सोने वाली जगह के आस पास किसी तरह का शोर न हो ये भी सुनिश्चित करें। इन बातों का खयाल रखेंगे तो निश्चित रूप से आपको भी भरपूर नींद हासिल होगी और अगली सुबह आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे।

 

इसे भी पढ़ें

अन‍िद्रा से मुक्ति दिलाएगा ‘योग निद्रा’ योग

6 घंटे से कम सोने से होता है डायबिटीज होने का अधिक खतरा : शोध में खुलासा

वैज्ञानिकों ने बताया, स्मार्टफोन ऐसे करते हैं नींद खराब

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।